
वनाधिकार अधिनियम के लाभ से वंचित है नौगढ़ वासी 4503 फाइल पेंडिंग। जिला चन्दौली।
वनांचल में रहने वह अपने पूर्वजों के समय से कृषि कार्य में लगे आज वन में रहने वाले पर संकट इस कदर गहराई है कि आज सरकार अपनी गलती का भुगतान उनसे वसूलना चाहती है सरकार के चाहे जो भी प्रयास पूर्व वर्षों में रहे हो लेकिन आज जो भी प्रयास जंगल बचाने के लिए कर रही है उसमें वनांचल ओं में रहने वाले वनवासियों व अपने श्रम व कृषि के आधार पर जीवन जीने वाले व्यक्ति उनके सरकार के अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा लगातार प्रताड़ित होते आ रहे हैं जिनमें चंदौली जिले के नौगढ़ व चकिया क्षेत्र के पूर्वजों काल से रहने वाले व्यक्ति अपने भूमि को प्राप्त करने के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं लेकिन जंगलों के कड़े नियम तो जंगलों को बचाने के लिए ठीक है लेकिन इंसान के लिए भी कभी-कभी या नियम अपने जीवन चर्या को बचाने के लिए लंबे काल वह लंबी प्रक्रिया से और मानसिक प्रताड़ना इत्यादि से गुजरना पड़ रहा है जिसमें उन्हें वनों के कटान के अपराधिक मामले में घोर प्रताड़ना मिल रही है और लगातार सरकार द्वारा उन्हें इस बात पर विवश किया जा रहा है कि वह अपने कई वर्षों से बचाएं वह पूर्व जो काल से चले आ रहे जमीनों को छोड़कर चले जाएं तो कहां जाएं जब पूरा जीवन काल जो पूर्वजों के द्वारा जंगलों में रह कर कृषि आधारित पशुपालन आधारित जीवन गुजर-बसर कर रहे हैं वह अचानक कैसे बदल सकता है इसी क्रम में सरकार द्वारा वनाधिकार अधिनियम भी बनाए गए हैं लेकिन इस अधिकार के तहत भी कोई समीक्षा सरकार द्वारा या उसके अधिकारियों द्वारा नहीं की गई और उनकी फाइलें जो लगभग 4503 की संख्या में उप जिलाधिकारी स्तर तक पेंडिंग पड़ी है जिसके लिए भारतीय किसान यूनियन के मंडल अध्यक्ष संत विलास सिंह वह जिला अध्यक्ष विकास कुमार पांडे जी ने जो एक अधिवक्ता भी हैं वनाधिकार अधिनियम के तहत जिलाधिकारी नवागत निखिल टी फुन्डे को आज दिनांक 3 मार्च 20 23 को नौगढ़ के जन चौपाल सोनवार में लगभग सैकड़ों की संख्या से ऊपर किसानों के साथ वनाधिकार के नियम के तहत उनका ध्यान आकर्षित कराते हुए हजारों की संख्या में पेंडिंग पड़ी हुई फाइलों को जल्द से जल्द निस्तारित कर वनवासियों व किसानों को उनकी जमीन सुनिश्चित करने की प्रार्थना की व उसके बाद यदि जिलाधिकारी महोदय का ध्यान इस पर आकर्षित होकर किसानों व वनवासियों की जमीनों को सुनिश्चित नहीं किया गया तो किसानों की लड़ायियो को जारी रखने के लिए धरना व अनशन करने के लिए बाध्य रहेंगे ऐसा प्रार्थना पत्र में वह वार्ता में जिलाधिकारी महोदय को आगाह किया और बताते चलें कि जंगलों के कटान में लिप्ट सरकारी महकमा भी अपनी कमी को छुपाते रहते हैं और उसका दोषारोपण वहां के निवासियों पर होता रहता है जहां पर जंगलों में वन माफिया खनन माफिया इत्यादि लगातार हावी हैं इसमें वहां के वनवासियों के ऊपर दोषारोपण करना कि उन्होंने जंगलों को बर्बाद किया है यह पूरी तरह से सही नहीं है और जंगलों को सुनिश्चित करने के लिए जंगली जानवरों को भी सुरक्षित व संरक्षित करना चाहिए जिसमें सरकार की भूमिका सौ परसेंट सुनिश्चित होनी चाहिए जिस की लड़ाई किसान यूनियन अपने माध्यम से लड़ने के लिए कमर कस चुका है जन चौपाल के दौरान सोनवार में सैकड़ों किसान के साथ मंडल अध्यक्ष संत विलास सिंह जी जिला अध्यक्ष विकास कुमार पांडे व ब्लॉक पदाधिकारी व अन्य किसान गण वह आम पब्लिक उपस्थित रही। वह जिलाधिकारी महोदय निखिल टी फुन्डे के साथ सीडीओ जिला चंदौली व अन्य अधिकारीगण भी मौजूद रहे।