
मामला यह है कि भूमि चित्र नक्शा एक अहम आवश्यकता है गांव के लोगों के खेतों के रकबे सरकारी जमीन बंजर भूमि पशुशाला की जमीन इत्यादि की जानकारी इसी भूमि चित्र नक्शे में उपलब्ध होती है इसके अनुसार ही पैमाइश की जा सकती है लेकिन आवाजापुर ग्राम सभा में सरकारी जमीन को खोजने के लिए जब आवेदन किया गया तो उसमें भूमि चित्र नक्शे की मांग दर्शाई गई इसके लिए भारतीय किसान मजदूर यूनियन संघ के मंडल अध्यक्ष मनमन सिंह जी उर्फ मिथिलेश सिंह जी ने आवेदन किया लेकिन कई सालों से और कई बार प्रयास करने के बाद भी भूमि चित्र नक्शा प्राप्त नहीं हुआ जिसके वजह से गांव में उपलब्ध सरकार की जमीनों की स्थिति अनुपलब्ध है जिसके वजह से भूमि अधिग्रहण का मामला जगह-जगह गांव में व्याप्त है लोग इस बात का फायदा उठाते रहते हैं कि कर्मचारी व अधिकारी लापरवाह तरीके से उन भूमियों का संरक्षण नहीं कर रहे हैं जिन पर सरकारी कार्य होने चाहिए इसकी वजह से सरकारी कार्यों के मन्सा अनुसार पशु शालय की जमीन खेल का मैदान चारा गृह कोट खलियान इत्यादि मौके पर तो नजारत ही है नक्शे में भी नदारद हैं जिसके लिए वास्तविक भूमि चित्र उपलब्ध होना अति आवश्यक है जिसमें अधिकारी व कर्मचारी हीला हवाली कर रहे हैं जिसके बाबत तहसील दिवस पर कई बार आवेदन करने के बाद भी मानचित्र उपलब्ध नहीं कराया गया जिसके वजह से यह साबित हो रहा है कि सरकारी कर्मचारी व अधिकारी सरकारी जमीनों को लीपापोती करके का गांव से गायब कर देना चाहते हैं जो सामाजिक उपयोग उपभोग के लिए होता है लेकिन इस पर भू माफियाओं का नजर है और इसमें पैसे रुपए का लेनदेन करके अधिकारी व कर्मचारी फायदा उनको दे देते हैं और वह उस पर कब्जा दखल करके उसका लाभ लेते रहते हैं और कोई भी सरकारी परियोजना गांव में नहीं आ पाती या उपलब्ध नहीं हो पाती है या एक बहुत बड़ा भ्रष्टाचार का द्योतक है इसलिए इस पर अंकुश होना बहुत ही आवश्यक है जिसमें बड़े अधिकारियों की भागीदारी होनी चाहिए और सरकार को भी इस पर अपनी नजर करनी चाहिए जिसके लिए भारतीय किसान मजदूर संघ के मंडल अध्यक्ष मनमन सिंह निरंतर प्रयासरत हैं।