
जिलाधिकारी जिले का सबसे बड़ा और सर्वोच्च अधिकारी होते हैं उनके आदेश के बाद कोई भी कर्मचारी अधिकारी कार्य के क्षेत्र का चुनाव होता और उसके आदेश के बाद ही कार्य की नीति तैयार की जाती है अगर कोई स्थानांतरण जिलाअधिकारी करता है तो उस आदेश का त्वरित पालन करना संवैधानिक है लेकिन जब कोई अधिकारी और कर्मचारी अपने पहुंच का अथवा अपने सांठगांठ से अपने क्षेत्र का चुनाव खुद करता है अथवा अपने क्षेत्र में दबाव बनाकर अपनी मनमानी करता है तो यह एक असंवैधानिक और जनहित के खिलाफ कार्य होता है इसी क्रम में मुगलसराय तहसील के लेखपाल सलमान खान का स्थानांतरण 2021 में नौगढ़ तहसील में कर दिया गया लेकिन अपने संपर्क व तहसीलदार के प्रभाव में इनको अवमुक्त नहीं किया गया और तहसीलदार बदलते गए और अपना प्रभाव दिखाते हुए इनको अवमुक्त करने में लापरवाही दिखाते रहे जिसके कारण अन्य लेखपालों में असंतुलन की चिंता बनी है कि पहुंच जुगाड़ के लेखपालों की बदली होने के बावजूद सांठगांठ वाले क्षेत्र में बने रह जाते हैं इसका उदाहरण सलमान खान जो मुगलसराय तहसील से स्थानांतरित हो चुके थे उनको अब जाकर 2023में मुक्त किया गया है फिर भी अभी डीएम व तहसीलदार के आदेश को ठेंगा दिखाते लेखपाल सलमान खान
20 तारीख 2023को तहसील पीडीडीयू नगर से नौगढ़ अवमुक्त होने के बावजूद जमे हुए हैं जाने में देरी बनी हुई है अब यह किस तरह के पावर के साथ अथवा अधिकारियों लापरवाही अथवा उनके दया से अपने पूर्व स्थिति में बने पड़े हैं जिसके वजह से अन्य कर्मचारियों में रोष पैदा हो सकता है क्योंकि आला अधिकारियों के आदेश के बाद इस तरह से किसी कर्मचारी या अधिकारी का अपने कार्यक्षेत्र को निजी क्षेत्र बनाने का एक तरह का सरकारी कार्य में असंतुलन का होना है जिसके कर्मचारी और अधिकारी विचलित वह प्रभावित हो सकते हैं।
और इसके जिम्मेदार पूर्व के आला अधिकारी वह वर्तमान आलाअधिकारी ही होंगे । नहीं तो उनको अपने कार्यवाही में पारदर्शिता लानी होगी व अपने अधिकारी वह कर्मचारियों में समानता वह संतुलन लाएं और बिना बिना पक्ष के अपनी कार्यवाही करते रहें। और जो आदेश का पालन समय सीमा के भीतर व समय से ना करें उनको दंडित करने का भी कार्य करें इससे उनके पारदर्शिता भरे आदेश प्रक्रिया में कोई बाधा ना हो।