

बिजली समाज में रोशनी फैलाने की व्यवस्था और इस व्यवस्था में चरमराई विभाग की सुस्ती लापरवाह जनक कार्यवाही खतरनाक घटनाओं को दावत देती रहती है आए दिन सुनने में आता है कि बिजली के खंभों के गिरने की वजह से तारों के चपेट में व्यक्ति आकर झुलसते वह मरते रहते हैं उसके बाद विभाग मामले को संज्ञान में लेकर यदा-कदा दुरुस्ती करण का कार्यवाही कर देता है लेकिन बिजली विभाग की इस लापरवाहजनक रवैया से आम जनता के जान के जोखिम बराबर बनी रहती है और जान जाती भी है लेकिन यह सुस्त और लापरवाह विभाग के सुस्ती का कारण क्या है यह किस वजह से सुस्त रहता है इसकी जानकारी आज तक किसी को नहीं हो पाती भुगतान लेने के लिए तो तत्पर रहते हैं और कार्यवाही भी सुनिश्चित करते रहते हैं लेकिन इंसान की जान की कोई कीमत शायद इनके सामने नहीं है इसलिए यह जर्जर तारों और खंभों के दुरुस्ती करण के लिए कोई सजग प्रयास नहीं करते सूचना देने पर कई दिनों तक कार्यवाही नहीं होती फिर कोई घटना दुर्घटना होने पर त्वरित कार्यवाही होने का निर्देश दिए जाते हैं इस क्रम में डेढावल चौकी के समीप शराब भट्टी के सामने में एक पोल जो ऊपर से पूरी तरह जर्जर है 11000 तारों का लोड उस पर गया हुआ है कैमरे की नजर से उसकी फोटो खींची गई और एक्स सी एन सकलडीहा को भेजी गई और वार्ता की गई इससे उन्होंने इसे जल्द से जल्द सुधरने की बात कही लेकिन देखते हैं कि केवल यह बात है कि कार्यवाही भी होती है अब आगे इंसान के जीवन की शायद इन अधिकारियों को आभास है कि नहीं यह तो कार्यवाही सुनिश्चित होने पर ही पता चलेगा।