

प्रवीन श्रीवास्तव (हिन्दुस्तान न्यूज )
चन्दौली जिले के पंचदेवरा,दिघवट बरंगा जमुनीपुर फेसुडा सहित अन्य गांव के किसानों की जमीन जो चकबंदी के कारण रायल ताल के क्षेत्र कहे जाने भूमि जो अब ताल व तालाब मे दर्ज करने का प्रयास सरकार द्वारा किया जा रहा है वह किसानों के जीवन को प्रभावित करने व उनके साथ सरकार का खिलवाड़ करने की साज़िश हो रही जहां हजारों किसानों लगभग ४पुस्तो से खेती बारी कर रहे हैं और उनकी खतौली में नाम दर्ज था अचानक वह ताल वह लालाब का क्षेत्र दर्शाया जा रहा है ।जब जन जीवन पटरी पर आ रही हो तब किसानों पर यह आघात किसानों के समझ के बाहर हो रहा है और वे सरकार से आरपार की लड़ाई के लिए तैयार हो रहे हैं जान देंगे पर जमीन नहीं की आवाज के आगाज से आज पांच गांवों के किसान दिघवट काली मंदिर पर इकट्ठा होकर इस समस्या के आन्दोलन की तारीख तय कर चुके हैं
जिसके आन्दोलन की अगुवाई में किसान नेता मनमन सिंह ने धरने पर बैठने की ठान ली है और कहा कि किसानों के हक की लड़ाई के लिए प्रतिबद्ध है और शासन किसानों की जमीन पुनः ३१अक्टुबर तक वापस नहीं करती तो वह १नवम्बर २०२२को धरने पर बैठने और आन्दोलन के लिए किसानों के साथ बाध्य होंगे।

